Arya P.G. College, Panipat

मूक्स व ई कंटेंट डेवलपमेंट पर एक सप्ताह के राष्ट्रीय फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन


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आज रविवार दिनांक 30 अप्रैल 2023 से आर्य कॉलेज पानीपत व गुरु अंगद देव टीचिंग लर्निंग सेंटर जोकि शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार का सेंटर है के संयुक्त तत्वावधान में 1 सप्ताह का राष्ट्रीय फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम शुरू किया गया जोकि आज से शुरू होकर 5 मई तक चलेगा।  इस फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के साथ दो यूनिवर्सिटीज व 7 महाविद्यालय जुड़े हुए हैं।  प्राचार्य डॉक्टर जगदीश गुप्ता  ने अपने संबोधन में गुरु अंगद देव टीचिंग लर्निंग सेंटर का आभार जताया व सभी को बताया की हमारा कॉलेज हमेशा अपने फैकल्टी की कैपेसिटी बिल्डिंग के लिए इस तरह के कार्यक्रम समय-समय पर आयोजित करता रहता हैl डॉ.गुप्ता ने बताया की नई शिक्षा नीति के अंदर डिजिटल शिक्षा पर ज्यादा फोकस किया गया है जिसमें अध्यापकों की भूमिका बिल्कुल ही अलग होने वाली है। इसलिए उन्हें अपने आपको डिजिटल उपकरणों व डिजिटल एप्लीकेशन से लैस करना होगा ताकि विद्यार्थियों को इसके अनुरूप शिक्षा प्रदान करा सकें। इसी विषय को ध्यान में रखते हुए इस फैकेल्टी विकास कार्यक्रम का आयोजन करवाया गया है। गुरु अंगद देव टीचिंग लर्निंग सेंटर के प्रोजेक्ट हेड व संयुक्त निदेशक प्रोफेसर विमल विमल रानी ने सभी विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों के प्राचार्य, आइक्यूसी निदेशक समन्वयक व प्रतिभागियों का स्वागत किया। उन्होनें ने बताया कि गुरु अंगद देव टीचिंग लर्निंग सेंटर पंडित मदन मोहन मालवीय नेशनल मिशन फॉर टीचर एंड टीचिंग शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के अंतर्गत फैकेल्टी को नई शिक्षा नीति व उन्हें नई तकनीकों के अनुरूप सक्षम बनाने के लिए इस तरह के फैकल्टी विकास कार्यक्रम,रिफ्रेशर कोर्सेज,ओरियंटेशन कोर्स व अन्य प्रोग्राम समय-समय पर चलाता रहता है। उन्होंने अपने वक्तव्य में बताया कि यह शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार का सबसे अग्रणी टीचिंग लर्निंग सेंटर है और वह अब तक 75000 से ज्यादा शिक्षकों को ट्रेनिंग दे चुके हैं। वह इस प्रोग्राम की रिसोर्स पर्सन भी रहेंगी। साथ ही उन्होंने प्रतिभागियों को बताया कि वह इस कोर्स को उपयोगी बनाने के लिए प्रैक्टिस भी करवाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि यह कोर्स नई शिक्षा नीति 2020 के अनुसार बनाया गया है। गुरु अंगद देव टीचिंग लर्निंग सेंटर के डायरेक्टर व श्री गुरु तेग बहादुर खालसा कॉलेज के प्रिंसिपल सिंह ने बताया कि शिक्षकों को ट्रेंड करना क्यों जरूरी है उन्होंने बताया कि अपने यहां ट्रेनिंग के लिए लैब्स की व्यवस्था की कर रखी है वह समय-समय पर ऑफलाइन और ऑनलाइन ट्रेनिंग दी जाती है यदि हमारा शिक्षक सशक्त होगा तो विद्यार्थी भी उतने ही सशक्त होंगे, समाज भी सशक्त होगा राष्ट्र भी सशक्त होगा। उन्होंने अपने कॉलेज की तरफ से सभी का आभार व्यक्त किया। गुरु अंगद देव टीचिंग लर्निंग सेंटर के चेयरमैन व पीडीएम यूनिवर्सिटी के पूर्व वाइस चांसलर प्रो. ए के बख्शी ने सभी विश्वविद्यालय और महाविद्यालय के प्राचार्य, प्रतिनिधियों समन्वयकों व सभी प्रतिभागियों का स्वागत व आभार व्यक्त किया। वे कार्यक्रम के प्रथम दिन के मुख्य वक्ता भी रहे।  उन्होंने अपने वक्तव्य में बताया कि किस तरह से डिजिटल परिवर्तन हमारी टीचिंग एंड लर्निंग को प्रभावित कर रहा है। उन्होंने कहा कि ठीक कोरोना काल के बाद से एजुकेशन क्षेत्र में क्षेत्र में डिजिटल तकनीक का उपयोग बढ़ गया है इसी को ध्यान में रखते हुए  मूक्स व ई-कंटेंट विकास पर इस फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया है। उन्होने कई तरह के उदाहरण देकर ई लर्निंग व मूक्स के महत्व के बारे में विस्तार से समझाया। उन्होंने बताया की किस तरह मूक्स के द्वारा टीचिंग व लर्निंग को उपयोगी बनाया जा सकता है और विद्यार्थियों को एंगेज रखा जा सकता है। इसके अलावा उन्होंने बताया की ई लर्निग में किस किस तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा और एक अध्यापक को किस तरह से अपने आप को सक्षम बनाना है इस पर विस्तार से बताया। उन्होने कहा कि उच्चतर शिक्षा की इन तकनीकों का प्रयोग करके व प्रभावपूर्ण बनाकर एक प्राध्यापक अपनी इंस्ट्रक्शन को और ज़्यादा प्रभावशाली बना सकता है।

आर्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय की ओर से समन्वयक प्रो.सतवीर सिंह व प्रो.पंकज चौधरी ने बताया की 21वीं सदी जो कि एक सूचना की सदी है। इस डिजिटल सूचना प्रणाली ने पूरे विश्व को ई गांव मैं परिवर्तित कर दिया है। आज चाहे शिक्षा का क्षेत्र हो या कोई और कार्य बिना डिजिटल तकनीकों का प्रयोग किए संभव नहीं हो सकता। इसलिए यह समय की मांग है कि शिक्षा के क्षेत्र में व शिक्षा के विस्तार के लिए डिजिटल तकनीकों का सहारा लिया जा रहा है। इन्हीं में से एक तकनीक मूक्स व ई सामग्री के विकास की है जिसके द्वारा एक शिक्षक अपने टीचिंग व लर्निंग को प्रभावपूर्ण तरीके से अपने विद्यार्थियों को समझा सकता है।और वह भी किसी भी टाइम और कहीं पर भी बैठकर शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं।

इस कार्यक्रम में हमारे महाविद्यालय के अलावा दो विश्वविद्यालय व अन्य छः महाविद्यालय में भाग ले रहे हैं। हमारे महाविद्यालय के पचास से अधिक टीचर्स भाग ले रहे हैं।

इस कार्यक्रम में समन्यक प्रो सतवीर सिंह, प्रो पंकज चौधरी, डॉ मनीषा नागपाल, प्रो मीनाक्षी चौधरी, प्रो नीलू रानी, प्रो विवेक गुप्ता व अन्य स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।