Arya P.G. College, Panipat

आर्य कॉलेज में हर्षोल्लास से मनाया गया हिंदी दिवस


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बुधवार को आर्य कॉलेज व आर्य समाज बड़ा बाजार,पानीपत के संयुक्त तत्वावधान में हिंदी दिवस मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर प्रख्यात विद्वान,चिंतक एवं हिंदी सेवी आचार्य योगेश भारद्वाज रहे। साथ ही कार्यक्रम में गत सप्ताह आयोजित हुई प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना के साथ हुई। मंच संचालन प्रा. विजय सिंह ने किया। मुख्य वक्ता योगेश भारद्वाज ने अपने वक्तव्य में कहा कि समय रहते यदि अपनी मातृभाषा की महत्ता को नहीं समझे तो सिर्फ भाषा की ही हानि नहीं होगी बल्कि पूरी सभ्यता और संस्कृति की भी हानि होगी। उन्होंने कहा हमें भारतवासी होने पर गर्व होना चाहिए बिना शर्म और संकोच के अपनी भाषा को सम्मान दिलाना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि आर्य समाज ने हिंदी भाषा के सम्मान में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को जीवन में जिज्ञासु होना चाहिए यदि उनके पास प्रश्न नहीं होंगे तो समाधान भी नहीं होंगे। अंग्रेजी कोई विश्व की भाषा नहीं है बल्कि कुछ देशों की भाषा है, जिसे हमें ओढ कर नहीं बैठना चाहिए। ज्ञान की समग्रता में अन्य भाषाएं सीखी जानी चाहिए लेकिन अपनी मातृभाषा के साथ।
प्राचार्य डॉ.जगदीश गुप्ता ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि हर साल 14 सितंबर को हम हिंदी दिवस बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं यह दिन हिंदी भाषा के प्रति जागरूकता फैलाने और हिंदी साहित्य के प्रचार-प्रसार के लिए महत्वपूर्ण है 1949 में हिंदी को राज्य भाषा घोषित की गई थी। इसका कारण था की हिंदी भाषा भारत में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। एक राज्य भाषा मुख्य रूप से भारत के केंद्र सरकार की भाषा को दर्शाता है। डॉ. गुप्ता ने यह भी बताया कि गत सप्ताह कॉलेज में हिंदी पखवाड़ा मनाया गया था जिसमें विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाया गया था आज हिंदी दिवस के अवसर पर सभी विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। पुरोहित आचार्य प्रज्ञादेव ने कहा कि एक देश की एकता,अखंडता के लिए भाषा की विशेष आवश्यकता होती है। उन्होंने हिंदी के विषय में बताते हुए कहा कि दुनिया का चौथा सबसे ज्यादा बिकने वाला अखबार हिंदी भाषा का है। ऑक्सफोर्ड शब्दकोश में भी 400 से ज्यादा शब्द हिंदी भाषा के हैं। उन्होंने कहा कि जैसे शीश के बिना दड की कोई पहचान नहीं होती उसी प्रकार हिंदी के बिना हिंदुस्तान की कोई पहचान नहीं है। साथ ही प्रज्ञादेव ने कहा कि हमें अपने हस्ताक्षर हिंदी भाषा में करने चाहिए। छोटी बच्ची कुशाग्रा ने हिंदी दिवस के अवसर पर अपनी विशेष प्रस्तुति से सभागार को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रतियोगिताओं के परिणाम इस प्रकार रहे- भाषण प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार एम.कॉम के ऋत्विक गोयल ने द्वितीय पुरस्कार बी.एससी तृतीय वर्ष की छात्रा विजेता ने, तृतीय पुरस्कार बी.ए प्रथम वर्ष की छात्रा दिव्या ने वहीं सांत्वना पुरस्कार बी.ए द्वितीय वर्ष की छात्रा र्इशु ने हासिल किया। कविता पाठ प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार बी.एससी तृतीय वर्ष की छात्रा विजेता ने, द्वितीय पुरस्कार एम.कॉम द्वितीय वर्ष के छात्र रितिक ने, तृतीय पुरस्कार बी.ए प्रथम वर्ष की छात्रा किरण ने व सांत्वना पुरस्कार बी.ए द्वितीय वर्ष की छात्रा तमन्ना ने हासिल किया। निबंध लेखन प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार बी.ए द्वितीय वर्ष के छात्र विजय ने, द्वितीय पुरस्कार बीबीए प्रथम वर्ष की छात्रा ममना ने, तृतीय पुरस्कार बी.ए द्वितीय वर्ष की छात्रा गरिमा ने व सांत्वना पुरस्कार बीएएमसी तृतीय वर्ष के छात्र आदर्श प्रजापति ने हासिल किया। आर्य कॉलेज प्रबंधक समिति के प्रधान सुरेंद्र शिंगला, प्राचार्य जगदीश गुप्ता, कोषाध्यक्ष पीयूष आर्य, आर्य समाज चौडा बाजार के प्रधान अजय गर्ग, संरक्षक राकेश मित्तल ने मुख्य वक्ता, बाहर से आए सभी मेहमानों व गणमान्य व्यक्तियों का कॉलेज प्रांगण में पहुंचने पर स्वागत किया। इस अवसर पर कॉलेज प्रबंधक के वरिष्ठ सदस्य विरेंद्र शिगंला, आर्य समाज बड़ा बाजार के मंत्री विनोद गुप्ता, आर्य कॉलेज के उपाचार्य एवं हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. नीरज ठाकुर, प्रा. विवेक गुप्ता, डॉ. शालिनी, प्राध्यापक गोपाल मलिक, आर्य गर्ल्स पब्लिक स्कूल की उपाचार्या अनुभा गुप्ता समेत समाज के गणमान्य व्यक्ति व आर्य समाज से जुड़े सदस्य, हिंदी सेवी भी उपस्थित रहे।