Arya P.G. College, Panipat

संविधान और मौलिक अधिकार विषय पर हुआ ऑनलाइन विस्तार व्याख्यान का आयोजन


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सोमवार को आर्य पीजी कॉलेज के राजनीति शास्त्र विभाग, एफडीपी व आईक्यूएसी सेल के संयुक्त तत्वावधान में संविधान और मौलिक अधिकार विषय पर वेबिनार का आयोजन करवाया गया। वेबिनार में मुख्य वक्ता के तौर पर दिल्ली विश्वविद्यालय राजनीति शास्त्र विभाग के सहायक प्रो. डॉ. विकास कुमार रहे। कॉलेज प्राचार्य डॉ. जगदीश गुप्ता ने मुख्य वक्ता का वेबिनार में ऑनलाइन जुडने पर शब्दों के माध्यम से स्वागत कर आभार व्यक्त किया और साथ ही कॉलेज के इतिहास विभाग व राजनीति विभाग विभागाध्यक्ष डॉ.विजय सिंह व प्राध्यापिका नाजीमा को वेबिनार के सफल आयोजन के लिए बधाई।

कॉलेज प्राचार्य डॉ. जगदीश गुप्ता ने बताया की वर्तमान में कॉलेज में ऑफलाइन कक्षाओं के साथ-साथ ऑनलाइन वेबिनारों का भी आयोजन करवाया जा रहा है। जिससे विद्यार्थियों के साथ-साथ प्राध्यापकों को भी नई-नई जानकारियां मिल रही हैं। उन्होंने बताया कि आज के विस्तार व्याख्यान में प्राध्यापकों व विद्यार्थियों को संविधान व अपने मौलिक अधिकारों के बारे में विस्तृत जानकारी मिली। मुख्य वक्ता डॉ. विकास कुमार ने अपने संबोधन में पाश्चात्य दार्शनिकों से लेकर आधुनिक दार्शनिकों के माध्यम से मौलिक अधिकारों को समझाने का प्रयास किया और इसके साथ-साथ इंग्लेंड क्रांति,अमेरीकन क्रांति व फ्रांसीसी क्रांति में मौलिक अधिकारों की भूमिकाओं से भी अवगत करवाय। उन्होंने बताया कि हमारे देश का संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ और इसको संचालित करने में किन्न-किन्न लोगों की भागीदारी रही व किस-किस देश से मदद लेकर संविधान को बनाया गया। उन्होंने बताया कि संविधान की नजर में धर्म,जाति गरीब और अमीर तथा लिंग के आधार पर कोई भी भेदभाव नहीं है। उन्होंने बताया कि संविधान के अनुच्छेद 12 से 35 में लिखित 6 मौलिक अधिकारों जैसे समानता, स्वतंत्रता आदि अधिकारों पर विस्तार पूर्वक चर्चा की। डॉ. विकास ने प्रतिभागियों से यह अनुरोध किया की वो हमेशा देश के संविधान में अपनी आस्था बनाए रखें और अपने अधिकारों एवं कर्तव्यों को लेकर हमेशा जागरूक रहे। वहीं व्याख्यान के अंत में मुख्य वक्ता से  वेबिनार में जुड़े प्रतिभागियों ने प्रश्न पूछ कर अपनी जिज्ञासा को शांत किया। इस अवसर पर  डॉ.विजय सिंह व प्राध्यापिका नाजिमा, प्रो. अकरम व अंजू शर्मा समेत अन्य मौजूद रहे।