Arya P.G. College, Panipat

बुजुर्गान-ए-पानीपत पुस्तक का हुआ विमोचन


Image

आर्य कॉलेज के इतिहास विभाग और हिंदी साहित्य परिषद के संयुक्त तत्वावधान में बुजुर्गान-ए-पानीपत पुस्तक विमोचन के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता और अतिथि के तौर पर कोलकाता विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर डॉ. जगदीश्वर चतुर्वेदी, दिल्ली विश्वविद्यालय की पत्रकारिता विभाग की अध्यक्ष डॉ. सुधा सिंह, नेदरलैंड हिंदी फाउंडेशन की अध्यक्ष डॉ. पुष्पिता अवस्थी, लेखक एवं साहित्यकार डॉo राजेन्द्र रंजन चतुर्वेदी, श्री दीपचंद्र निर्मोही, सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती निर्मल दत्त तथा पुस्तक के रचयिता पानीपत के वरिष्ठ अधिवक्ता राम मोहन राय रहे। कॉलेज प्राचार्य डॉ. जगदीश गुप्ता व प्रबंधक समिति के वरिष्ठ सदस्य विरेंद्र सिंगला ने अतिथियों का कॉलेज प्रांगण में पहुंचने पर पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। साथ ही कार्यक्रम के शानदार आयोजन के लिए इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. विजय सिंह व हिंदी विभाग के प्राध्यापक प्रो. विजय सिंह को कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए बधाई दी। मंच संचालन हिंदी विभाग के प्राध्यापक विजय सिंह ने किया।

प्राचार्य डॉ. जगदीश गुप्ता ने पुस्तक के रचयिता राम मोहन राय को बधाई दी और आभार भी व्यक्त किया की उन्होंने अपनी पुस्तक के विमोचन के लिए आर्य पीजी कॉलेज को ही चुना। उन्होंने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि हमें अपनी जड़ों से जरूर जुड कर रहना चाहिए। हमें अपने पूर्वजों के बारे में जानकारी अवश्य होनी चाहिए। उनके द्वारा किए गए महान कार्यों के विषय में भी जानकारी होनी चाहिए।

मुख्य वक्ता जगदीश्वर चतुर्वेदी ने अपने संबोधन कहा कि आज युवाओं को अपनी जड़ों से जुड़ना बहुत जरूरी है अर्थात बुर्जुगों के साथ जुडने की ज्यादा जरूरत है। और यह पुस्तक बुर्जुग-ए-पानीपत युवाओं का इस कार्य में उनका सहयोग करेगी। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि इस पुस्तक में इतिहास यह बताता है कि विगत वर्षों में अनेक ख्याति प्राप्त विद्वान, स्वतंत्रता सेनानी, पत्रकार, साहित्यकार एवं कवियों ने इस धरती को अपनी कर्मभूमि बना कर सत्य, प्रेम करुणा का संदेश दिया । इसी श्रृंखला में हाली पानीपती , जैन धर्म के महान संत जिनेन्द्र वर्णी, महान स्वतंत्रता सेनानी और पत्रकार लाला देशबंधु गुप्ता, शहीद भगत सिंह के क्रांतिकारी साथी क्रांति कुमार, स्वतंत्रता सेनानी मास्टर नंद लाल,फिल्म निदेशक एवं लेखक ख़्वाजा अहमद अब्बास, आर्य कॉलेज ,पानीपत के संस्थापक उपाचार्य तथा पानीपत के पहले पोस्ट ग्रेजुएट तथा डॉक्टरेट डॉo के सी सेन, खादी ग्रामोद्योग आयोग के पूर्व अध्यक्ष श्री सोम भाई तथा ऐसे ही अनेक लोगों के जीवन चरित्र पुस्तक में दर्शाया गया है। दीपचंद निर्मोही ने कहा कि युवाओं को अवसर का सदुपयोग करना चाहिए। उन्होंने कलंदर साहब के विषय में सभी को विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि इस पुस्तक में पानीपत के साहित्य में निरंतरता रही है। इस अवसर पर दीपक कथूरिया समेत कॉलेज के स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।