Arya P.G. College, Panipat

आर्य कॉलेज में मनाया गया हिन्दी उत्सव


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वीरवार को आर्य पीजी कॉलेज के हिंदी विभाग की हिंदी साहित्य परिषद द्वारा हिन्दी दिवस को हिन्दी उत्सव के रूप में मनाया। हिन्दी उत्सव में कॉलेज के विद्यार्थियों ने बढचढ कर भाग लिया। विद्यार्थियों की शानदार कविताओं की प्रस्तुतियों से पूरा सभागार तालियों से गूंज उठा। उत्सव में मुख्य अतिथि के रूप वरिष्ठ पत्रकार राकेश भट्ट व चंडीगढ विश्वविद्यालय,चंडीगढ़ की प्राध्यापिका अनुष्का त्यागी ने शिरकत की। आर्य कॉलेज प्रबंधक समिति के वरिष्ठ सदस्य विरेंद्र सिंगला व कॉलेज के उपप्राचार्य डॉ. नीरज ठाकुर ने मुख्य अतिथियों का कॉलेज प्रांगण में पहुंचने पर पुष्पगुच्छ देकर स्वागत कर आभार व्यक्त किया। कॉलेज प्रबंधक समिति के वरिष्ठ सदस्य विरेंद्र सिंगला ने अपने संबोधन में कहा कि हिंदी को बढावा देने के लिए देश में हिंदी दिवस मनाया जाता है। 14 सितंबर को भारत में हिंदी दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने की नींव भारत की आजादी के समय ही रख दी गई थी। 14 सितंबर 1946 को संविधान सभा ने देवनागरी लिपि में लिखी हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार किया।

मुख्य वक्ता राकेश भट्ट ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि जितने भी विकसित देश हैं उन देशों में सभी तरह के कार्य उन्ही की भाषा में होते हैँ। वो देश अपना व्यापार भी अपनी ही भाषा में करते हैं। उन्होंने बताया की हमारे देश में भी पिछले कुछ वर्षों से इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढाई भी हिंदी में होनी शुरू हो गई है। साथ ही उन्होंने यह भी जानकारी दी की विश्व के 200 अलग अलग विश्वविद्यालयों में हिंदी की पढ़ाई करवाई जा रही है। उन्होंने बताया की इस वर्ष अपने देश में आयोजित जी20 सम्मेलन में हमारे देश के प्रधानमंत्री ने अपना भाषण भी हिंदी में दिया। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया की हमें अपनी मातृ भाषा हिंदी का सम्मान करना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा अपने बातचीत व व्यवहार में हिन्दी का प्रयोग करना चाहिए।

मुख्य वक्ता अनुष्का त्यागी ने अपनी कविताओं के माध्यम से हिंदी भाषा की विशेषताओं के बारे में बताया। उन्होंने सूरज की घूर जो हो, आँख में आँख डाल कितना है तेज………… देर इतनी भी हम कभी मिल ना सके, गीत में तुमसे मिलना हुआ तो सही……. कवि और कलम का संवाद…………. हिंदी बिंदी ही नहीं, भारत का हो भाल…. आदि कविताओं से विद्यार्थियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कॉलेज के उपप्राचार्य व हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. नीरज ठाकुर ने कहा कि हमें अपनी भाषा का सम्मान करना चाहिए और उस पर गर्व करना चाहिए। उन्होंने बताया कि जिस प्रकार हम अपने शरीर का ध्यान रख कर उसको स्वच्छ रखते हैं उसी प्रकार हमें अपनी भाषा का भी ध्यान रखकर उसको स्वच्छ रखना है। उप प्राचार्य ने अपने संबोधन के अंत में बताया की कॉलेज के जनसंचार विभाग द्वारा 15 सितंबर को दूरदर्शन दिवस के अवसर पर महाविद्यालय में मीडिया क्विज का आयोजन किया जाएगा। वहीं कॉलेज के विद्यार्थी तालिब ने अपनी कविता कभी दरिया में समुद्र जाग उठता है-------- और छात्रा दिव्या ने मेरा अधिकार का है हिंदी मेरा व्यवहार है हिंदी कविता से पूरे सभागार को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। मंच संचालन हिंदी विभाग के प्राध्यापक प्रो. विजय सिंह ने किया। इस अवसर प्राध्यापिका डॉ. शालिनी, प्रो. गोपाल मलिक समेत सभी स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।