Arya P.G. College, Panipat

शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में महा रक्तदान शिविर का हुआ आयोजन


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मंगलवार को आर्य पीजी कॉलेज में शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में महारक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। रक्तदान शिविर में आर्य कॉलेज के विद्यार्थियों के साथ-साथ पानीपत शहर व गांव  से आए व्यक्तियों ने भी पूरे जोश के साथ बढचढ कर भाग लिया। और 146 यूनिट रक्त एकत्रित किया। कॉलेज प्राचार्य डॉ. जगदीश गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि आर्य कॉलेज व रेड क्रॉस ब्लड सेंटर,पानीपत और श्री खाटू श्याम परिवार (रजि.) पानीपत के संयुक्त तत्वावधान में महा रक्तदान शिविर् का आयोजन किया गया। शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में आर्य कॉलेज के प्रधान सुरेंद्र सिंगला व कॉलेज के महासचिव सीए कमल व समिति के वरिष्ठ सदस्य विरेंद्र सिंगला ने शिरकत करते हुए रक्तदानविरों का उत्साह वर्धन किया। डॉ. गुप्ता ने शिविर की अध्यक्षता कर रहे विजय जैन और मुख्य अतिथियों और रैड क्रॉस से आए डॉ. पूजा सिंहल व उनकी टीम का कॉलेज प्रांगण में पहुंचने पर पुष्पगुच्छ दे कर स्वागत किया। और साथ ही उन्होंने शिविर के सफल आयोजन के लिए कॉलेज की एन.एस.एस, एन.सी.सी, यूथ रैड क्रॉस व महिला प्रकोष्ठ इकाई के समंवयक क्रमश डॉ. अनुराध सिंह, मीनल तालस, डॉ. विजय सिंह, प्रो. विवेक गुप्ता व डॉ. मनीषा डुडेजा को बधाई दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रसिद्ध समाजसेवी व उद्योगपति विजय जैन ने की। मुख्य अतिथि सुरेंद्र सिंगला ने अपने संबोधन में कहा कि रक्तदान करना महादान माना गया है, क्योंकि जब आप रक्तदान करते हैं तो सिर्फ अपना रक्त नहीं देते बल्कि एक या एक से अधिक लोगों को जीवनदान भी देते हो। जब रक्त किसी व्यक्ति को सीधे चढाया जाता है तो सिर्फ उसी व्यक्ति की जान बच रही होती है, जिसे आप रक्त दान कर रहे होतें हैं लेकिन जब आप समय-समय पर रक्त दान करते हैं तो रक्त के अलावा रक्त से निकालकर आरबीसी और प्लाज्मा भी अलग-अलग लोगों को चढाया जा सकता है। यानी जिस जरूरत का रोगी होगा, उसे वही मिल जाएगा। सीए कमल किशोर ने अपने संबोधन में कहा कि रक्तदान को लेकर हमारे देश में कई तरह के जागरूकता अभियान और कैंपेन चलाए जाते हैं लेकिन फिर भी आवश्यकता के अनुरूप ब्लड रोगी को नहीं मिल पाता है। इसका कारण वे भ्रांतिंया हैं जो लोगों के बीच रक्तदान को लेकर फैली हुई हैं। साथ ही उन फायदों की जानकारीयों का भी अभाव है, जो रक्तदान के बाद हमारे शरीर को मिलते हैं। इसलिए हमें रक्तदान के लिए सही जानकारी प्राप्त करनी होगी और हर परिस्थिति में रक्तदान करना होगा। और रक्तदान की मुहीम को आगे बढाने में युवाओं को अपनी अहम् भूमिका निभानी होगी।

प्राचार्य डॉ. जगदीश गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानक के तहत भारत में सालाना एक करोड़ यूनिट रक्त की ज़रूरत है लेकिन उपलब्ध 70 लाख यूनिट ही हो पाता है। यानी क़रीब 30 लाख यूनिट रक्त के अभाव में हर साल सैंकड़ों मरीज़ दम तोड़ देते हैं। राजधानी दिल्ली में आंकड़ों के मुताबिक़ यहां हर साल 350 लाख रक्त यूनिट की आवश्यकता रहती है, लेकिन स्वैच्छिक रक्तदाताओं से इसका महज 30 फीसदी ही जुट पाता है। इसलिए हम सब को रक्तदान करने लिए आगे आना होगा। आपका एक यूनिट रक्त कई लोगों की जिंदगी बचा सकता है।

कॉलेज के एन.एस.एस. इकाई के प्रभारी विवेक गुप्ता व डॉ. मनीषा डुडेजा ने जानकारी देते हुए बताया कि रक्तदान शिविर में स्वयंसेवकों के साथ-साथ कॉलेज के विद्यार्थियों ने भी बढचढ कर भाग लिया और 146 यूनिट रक्तदान एकत्रित किया। इस अवसर पर खाटू श्याम समिति के वाइस चैयरमेन अश्विन जिंदल, एमआर गर्ग, दीपक सिंगला, सन्नी अग्रवाल, विजय सिंगला, पुरूषोतम गोयल, विनय बंसल, विजय तायल, जॉनी सिंगला समेत आर्य कॉलेज के सभी स्टाफ सदस्य मौजूद रहे। वहीं शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में कॉलेज के ओपी सिंगला सभागार में विद्यार्थियों द्वारा अपने प्राध्यापकों के सम्मान के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों ने अपने प्राध्यापकों को उपहार देकर सम्मानित किया और रंगारंग प्रस्तुतियों से सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया।