Arya P.G. College, Panipat

आर्य कॉलेज में राष्ट्रीय स्तर पर 'ऑनलाइन फैकल्टी रिचार्ज कार्यक्रम' हुआ शानदार आयोजन


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आर्य कॉलेज में एफ.डी.पी सैल व आई.क्यू.ए.सी सैल के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय राष्ट्रीय स्तर पर 'ऑनलाइन फैकल्टी रिचार्ज कार्यक्रम' का ऑनलाइन आयोजन हुआ। ऑनलाइन कार्यक्रम में ऑटोमैजिक लर्निंग एंड डेवलपमेंट प्रा.लि.के फाउंडर साहिल गांधी बतौर मुख्य वक्ता शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान कॉलेज प्राचार्य डॉ.जगदीश गुप्ता ने मुख्य वक्ता  साहिल गांधी का स्वागत कर आभार प्रकट किया साथ ही आई.क्यू.ए.सी सैल के समन्वयक प्रो.सतबीर सिंह, एफ.डी.पी सैल व कार्यक्रम संयोजक प्रो.पंकज चौधरी सहित अन्य स्टाफ सदस्यों को बधाई दी।

मुख्य वक्ता साहिल गांधी ने अपने वक्तव्य में बताया कि किस तरह से प्रोसफेशनल विकास किया जा सकता है, इसकी जरूरत क्यो पड़ती है। उन्होंने कहा कि प्रोसफेशनल डेवलपमेंट की भूमिका को अध्यापन में नकारा नहीं जा सकता। साथ ही उन्होंने यह बताया कि एक अध्यापक व महान अध्यापक में क्या फर्क होता है। एक महान अध्यापक विद्यार्थियों को निखारने में अपना 101 प्रतिशत योगदान देता है। प्राचार्य डॉ.जगदीश गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि इस तरह के ऑनलाइन फैकल्टी रिचार्ज कार्यक्रमों से हमें नया सीखने का अवसर मिलता है। जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि आज के कार्यक्रम में कम समय में किस तरह से उन्नती के पथ पर आगे बढ़ें , जीवन में आगे बढऩे के अवसरों का सदुपयोग करें ,स्वयं में निखार लाने के साथ-साथ कई महत्वपूर्ण विषयों पर कार्यक्रम में जानकारी दी गई है, इससे सभी को नई जानकारियां मिली हैं जो की भविष्य में सभी के लिए लाभकारी साबित होंगी।

समन्वयक प्रो.सतबीर सिंह ने कहा कि आई.क्यू.ए.सी सैल समय-समय पर इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन करवा रहा है। उन्होंने कहा कि हमें निरंतर नया सीखते रहना चाहिए तभी हम आगे बढ़ सकते हैं। उन्होंने बताया कि आगे भी इसी तरह के प्रयासों से सभी को जोड़ा जाएगा।

प्रो.पंकज चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि आज के इस कार्यक्रम में कई राज्यों से 205 से भी अधिक  प्रतिभागियों ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के बाद इस तरह से ऑनलाइन माध्यमों से एकत्रित होना अपने आप में नया अनुभव है इससे समय व धन की बचत तो होती है साथ ही नया सीखने का अवसर भी मिलता है।  हम सभी को बढ़चढ़ कर भाग लेते रहना चाहिए।

इस कार्यक्रम में मोडिरेटर के रूप में प्रो.विकास काठपाल, प्रो.प्रिया शर्मा ने अहम् भूमिका निभाई। इस कार्यक्रम में राजस्थान, दिल्ली, मध्य प्रदेश, उतर प्रदेश, हैदराबाद, बैंगलोर, उड़ीसा से प्रतिभागियों ने भाग लिया।

प्राचार्य