Arya P.G. College, Panipat

दो दिवसीय ‘पुष्पोत्स-2020’ कार्यक्रम का हुआ शानदार आयोजन


Image

-पर्यावरण के प्रति सचेत रहकर करें पेड़-पौधों का सरंक्षण: सुरेंद्र शिंगला


-साईक्लामेन,लेडिज पर्स,लिलियम,मिमुलस,बोन्साई,क्लेरकिया,डॉग फलावर,पेटूनिया,पैंजी,प्रिमुला इत्यादि फूल बने दर्शकों के लिए आर्कषण का केंद्र बन


आर्य पीजी कॉलेज में सोमवार को वनस्पति विभाग के वनस्पति परिषद की ओर से छठे दो दिवसीय पुष्प मेला ‘पुष्पोत्सव 2020 ’ का शानदार आयोजन हुआ । पुष्पोत्सव का उद्घाटन महाविद्यालय की प्रबंधन समिति के प्रधान सुरेंद्र शिंगला ने किया। पुष्पोत्सव में वशिष्ठ अतिथि के रूप से रश्मि शिंगला, पूनम अग्रवाल, महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ.एस.सी.जैन ने शिरकत की। कॉलेज प्राचार्य डॉ.जगदीश गुप्ता ने कॉलेज प्रांगण पहुँचे सभी अतिथियों का स्वागत कर आभार वयक्त किया। उद्घाटन के बाद सभी विशिष्ठ अतिथियों व दर्शकों ने पुष्पोत्सव का अवलोकन किया। महाविद्यालय की प्रबंधन समिति के प्रधान सुरेंद्र शिंगला ने पुष्पोत्सव की सराहना करते हुए कहा कि हमें पर्यावरण के प्रति सचेत रहकर पेड़-पौधों का सरंक्षण करना चाहिए व अपने आस-पास ज्यादा से ज्यादा पेड़-पौधों को लगाने में अपना योगदान देना चाहिए।

प्राचार्य डॉ.जगदीश गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि हमें मिलकर पर्यावरण सरंक्षण में अपना योगदान देना होगा। उन्होंने वनस्पति विभाग के पर्यावरण के प्रति किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि पेड़-पौधों की रक्षा व पालन-पोषण हमारी संस्कृति का अहम् हिस्सा रहा है। पेड़-पौधों से वातारण में बढ़ते हुए प्रदुषण को कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमें अपने आस-पास ज्यादा से ज्यादा पेड़-पौधों का रोपण करना चाहिए।


कॉलेज वनस्पति विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.बलकार ने जानकारी देते हुए बताया कि पुष्पोत्सव में दर्जन भर से अधिक स्कूल, कॉलेजों सहित अन्य संस्थाएं भाग ले रही है। कुल छ:सौ से अधिक प्रविष्टियों के प्राप्त होने के साथ-साथ तीन हजार से अधिक गमले प्रदर्शित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि तीन सौ से अधिक गमले नारियल के बुरादे से तैयार किए गए हैं। बिना मिटृी का इस्तेमाल किए एक विशेष प्रकार के खाद का इस्तेमाल करते हुए इन गमलों में सर्दियों के फूलों को तैयार किया गया है। पांच हजार से अधिक दर्शकों ने पुष्प मेले का अवलोकन किया।


पुष्पोत्सव में सौ से अधिक सर्दी के फूल, 25 के करीब इंडोर वायु शुद्व करने वाले पौधे, दर्जन भर से अधिक कैक्टस, सकुलेंटस पौधों को प्रदर्शित किया गया। साईक्लामेन, लेडिज पर्स, लिलियम, मिमुलस, बोन्साई, क्लेरकिया, डॉग फलावर, पेटूनिया, पैंजी, प्रिमुला इत्यादि कई प्रकार के फूल दर्शकों के लिए विशेष आर्कषण का केंद्र बने। पुष्प मेले में निर्णायक की भूमिका जी.वी.एम महाविद्यालय, सोनीपत से प्राध्यापक डॉ.रश्मि जावा ने निभाई। वनस्पति विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.बलकार सिंह ने सभी दर्शकों के बागवानी से सबंधित प्रश्रों का जवाब भी दिया। 


प्राध्यापक ललिता, सहायक अजमेर सिंह, माली राजदेव, रामप्रताप, अनिल, अछछे लाल, लाल बहादुर व विद्यार्थियों का पुष्पोत्सव में  सहयोग रहा।


इस अवसर पर डॉ.रामनिवास, डॉ.शिव नारायण, डॉ.विजय, डॉ.राजेश गर्ग, डॉ.संदीप गुप्ता, प्रो.शिखा गर्ग, प्राध्यापिका निधि, पूजा, सुदेश व विनीत गर्ग सहित अन्य कॉलेज स्टॉफ मौजूद रहे।