Arya P.G. College, Panipat

जनसंचार विभाग में मनाया गया विश्व हिंदी दिवस


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बुधवार को आर्य कॉलेज के जनंसचार विभाग में विश्व हिंदी दिवस मनाया गया। विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर कॉलेज प्राचार्य डॉ. जगदीश गुप्ता ने कहा कि  हिन्दी को बढ़ावा देने के लिए परिवार एवं समाज में हिन्दी के बारे में जागरूक किया जाना आवश्यक है। हिंदी के विकास में हिन्दी समाचार पत्रों की एक महत्वपूर्ण भूमिका रहती है, इसलिए हमें दैनिक जीवन में हिन्दी का अधिक से अधिक उपयोग करना चाहिए। कॉलेज के हिंदी विभाग के प्राध्यापक प्रो. विजय सिंह ने जनसंचार के विद्यार्थियों को जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए 2006 में हर साल 10 जनवरी को हिंदी दिवस मनाने का ऐलान किया था। दुनियाभर में हिंदी का विकास करने और एक अंतरराष्ट्रीय भाषा के तौर पर इसे प्रचारित-प्रसारित करने के मकसद से विश्‍व हिंदी सम्मेलनों की शुरुआत की गई थी। पहला विश्व हिंदी सम्मेलन 10 जनवरी 1975 को नागपुर में आयोजित हुआ था। यही कारण है कि इस दिन को विश्‍व हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। हिंदी दुनियाभर में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली पांच भाषाओं में से एक है। उन्होंने बताया कि पत्रकारिता राष्ट्र निर्माण का “चौथा स्तंभ” है। आज टीवी समाचार चैनलों के 24 घंटों के प्रसारण, सोशल मीडिया (फेसबुक, ट्विटर)के होते हुए भी इसका महत्व कम नहीं हुआ है। बेशक आज पत्रकारिता के कई रूप हैं, हर भाषा में हैं। किंतु हिंदी पत्रकारिता अपनी व्यापकता, पहुंच में बहुत आगे है।

जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष ने कहा कि राष्ट्रीय गौरव हिंदी भाषा का पत्रकारिता के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान है। सामाजिक सरोकार जनहित के मुद्दों को प्रभावी सकारात्मकता के साथ आमजन को सुलभ तरीके से पहुंचाने में आज भी हिंदी भाषी पत्रकारिता की महत्वपूर्ण भूमिका कायम है। दैनिक जीवन में हिंदी भाषा को बोलचाल के साथ ही आम व्यवहार में लाना जरूरी है। इस अवसर पर प्राध्यापक शिवांक रावल, केशव शर्मा प्राध्यापिका गजल पांचाल, विवेक शर्मासहित अन्य मौजूद रहे।